जोशीमठ पर चर्चा के लिए पीएमओ की 10 फरवरी को बैठक होगी और पीएम के सलाहकार इस मुद्दे का आकलन करेंगे।

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जोशीमठ पर चर्चा

बैठक में केंद्रीय गृह मंत्रालय के उच्चाधिकारियों के अलावा उत्तराखंड के मुख्य सचिव डा एसएस संधु सचिव आपदा प्रबंधन डा रंजीत कुमार सिन्हा अपर सचिव आनंद श्रीवास्तव समेत अन्य अधिकारी वर्चुअली जुड़ेंगे। जोशीमठ के दृष्टिकोण से इस बैठक को अधिक महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

 

चमोली जिले में आपदा का दंश झेल रहे जोशीमठ शहर पर प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) लगातार नजर बनाए हुए है। इसी कड़ी में पीएमओ ने 10 फरवरी को बैठक बुलाई है, जिसमें जोशीमठ की समीक्षा की जाएगी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सलाहकार की अध्यक्षता में होने वाली बैठक में राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) जोशीमठ को लेकर प्रस्तुतीकरण भी देगा।

राज्य के मुख्य सचिव और आपदा प्रबंधन सचिव बैठक से वर्चुअली जुड़ेंगे। उधर, राज्य मंत्रिमंडल की 10 फरवरी को होने वाली बैठक अब 15 फरवरी को मुख्यमंत्री आवास में होगी। माना जा रहा है कि पीएमओ की बैठक के दृष्टिगत बैठक की तिथि आगे की गई है। इसमें जोशीमठ को लेकर केंद्र को भेजे जाने वाले राहत पैकेज के प्रस्ताव पर कैबिनेट मुहर लगाएगी।

जोशीमठ में भूधंसाव और भवनों में दरारों का क्रम तेज होने से उत्पन्न स्थिति को लेकर बीती आठ जनवरी को प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव डा पीके मिश्रा ने उच्च स्तरीय बैठक में समीक्षा की थी। इसके बाद आपदा के कारणों की तह तक पहुंचने और समस्या के समाधान के दृष्टिगत आठ संस्थानों के विज्ञानियों ने जोशीमठ में मोर्चा संभाल लिया था। ये संस्थान अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट एनडीएमए को भेज चुके हैं। इसके साथ ही प्रधानमंत्री कार्यालय जोशीमठ की स्थिति और वहां चल रहे राहत व जांच से संबंधित कार्यों का निरंतर अपडेट ले रहा है।

अब पीएमओ ने 10 फरवरी को दोपहर बाद साढ़े तीन बजे जोशीमठ पर बैठक बुलाई है। इस संबंध में शासन को भी पत्र भेजा गया है। इसमें बताया गया है कि प्रधानमंत्री के सलाहकार यह बैठक लेंगे। बैठक में एनडीएमए की ओर से जोशीमठ को लेकर प्रस्तुतीकरण दिया जाएगा।

बैठक में केंद्रीय गृह मंत्रालय के उच्चाधिकारियों के अलावा उत्तराखंड के मुख्य सचिव डा एसएस संधु, सचिव आपदा प्रबंधन डा रंजीत कुमार सिन्हा, अपर सचिव आनंद श्रीवास्तव समेत अन्य अधिकारी वर्चुअली जुड़ेंगे।

जोशीमठ के दृष्टिकोण से इस बैठक को अधिक महत्वपूर्ण माना जा रहा है। इसमें एनडीएमए द्वारा विज्ञानिक संस्थानों की रिपोर्ट के आधार पर समस्या के समाधान के उपायों का खाका प्रस्तुत किया जा सकता है। साथ ही पीएमओ की ओर से अहम दिशा-निर्देश उत्तराखंड शासन को दिए जा सकते हैं। यही नहीं, अप्रैल के तीसरे सप्ताह से होने वाली चारधाम यात्रा की तैयारियों के संबंध में भी बैठक में चर्चा होने की उम्मीद है।

एनडीएमए ने किया विमर्श

जोशीमठ को लेकर दिल्ली में एनडीएमए की मंगलवार को हुई बैठक में विमर्श किया गया। एनडीएमए के सदस्य सचिव की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में विज्ञानियों की प्रारंभिक रिपोर्ट पर संक्षिप्त चर्चा हुई। सचिव आपदा प्रबंधन डा रंजीत कुमार सिन्हा के अनुसार अब एनडीएमए बुधवार को जोशीमठ में जांच में जुटी विज्ञानिक संस्थाओं के साथ उनकी प्रारंभिक रिपोर्ट के संबंध में मंथन करेगा।